कृषि अनुसंधान उपकेंद्र, खानपुर
प्रभारी: डॉ. शंकर लाल यादव
डॉ. शंकर लाल यादव ने 1 अक्टूबर, 2020 को कृषि अनुसंधान उपकेंद्र खानपुर, झालावाड़ पर प्रभारी अधिकारी के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने 2009 में कृषि महाविद्यालय, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की तथा स्नातकोतर व विद्यावाचस्पति की उपाधि राजस्थान कृषि महाविद्यालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर से शस्य विज्ञान में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की। उन्होंने राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) के एक राष्ट्रीय एकता शिविर और तीन वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया तथा एनसीसी का ’सी’ और ’बी’ प्रमाणपत्र प्राप्त किया । उन्होंने 2014 में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में कृषि अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया और उसके बाद प्रबंधक के पद पर पदोन्नत हुए। डॉ. यादव मई 2018 में कृषि अनुसंधान केन्द्र, उम्मेदगंज, कोटा पर अखिल भारतीय समन्वित (MULLaRP) अनुसंधान परियोजना में सहायक आचार्य (शस्य विज्ञान) के पद पर चयनित हुए।
उन्होंने फसल उत्पादकता बढाने के लिए 11 उत्पादन प्रौद्योगिकियों का विकास/परिष्करण/योगदान किया और सिफारिश की है, जिसमें विभिन्न फसलों, विशेष रूप से दालों और दाल-आधारित फसल प्रणालियों में खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए शाकनाशी शामिल हैं। उन्होंने उड़द, मसूर और मटर की 09 किस्मों के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
उन्होंने एक स्नातकोतर विद्यार्थी का मार्गदर्शन किया है। जिसको प्रतिष्ठित कुलाधिपति पदक और विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। इन्होंने 06 रेडियो वार्ताओं, 05 एक्सटेंशन फ़ोल्डर और 26 लोकप्रिय लेख के माध्यम से उन्नत कृषि-तकनीकों के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इन्होंने प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 30 शोध पत्र, 02 पुस्तक अध्याय और 02 मैनुअल प्रकाशित किए हैं। इन्होंने संस्थान के विकास के लिए कई निजी और अन्य परियोजनाओं को संभाला है। इन्होंने कृषि अनुसंधान उप केन्द्र, खानपुर 15 किलोवाट (01) और 10 किलोवाट (03) के सौर पंप स्थापित किए जिनसे फसलों की सिंचाई के दौरान बिजली की बचत हो रही है। इन्होंने बीजों की सफाई और ग्रेडिंग के लिए कृषि अनुसंधान उप केन्द्र, खानपुर पर 1.5 टन/घंटा क्षमता का बीज प्रसंस्करण और सफाई संयंत्र भी स्थापित किया जिससे केन्द्र और आसपास के केंद्रों व किसानों द्वारा पर उत्पादित बीज का ग्रेडिंग का कार्य किया जाता है।
डाॅ. यादव इंडियन सोसायटी ऑफ एग्रोनॉमी, नई दिल्ली और इंडियन सोसायटी ऑफ वीड साइंस, जबलपुर, सहित 06 पेशेवर सोसायटी के आजीवन सदस्य हैं।
ईकाई के बारे में
कृषि अनुसंधान उप केंद्र, खानपुर, बारां-झालावाड़ मेगा हाईवे पर बारां से 45 किमी और झालावाड़ से 35 किमी दूर कृषि-जलवायु क्षेत्र-V में स्थित है, जो राजस्थान के दक्षिण पूर्वी हिस्से में पड़ता है। इस स्टेशन को 17 जून 2006 को राजस्थान सरकार (तिलम संघ) से उद्यानिकी और वानिकी महाद्यिालय झालावाड़ के तहत महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर को सौंपा गया था और उस समय इसका नाम घास और चारा विकास फार्म रखा गया था, बाद में 2011 में इसका नाम बदलकर बागवानी और वानिकी अनुदेशात्मक फार्म, खानपुर कर दिया गया। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर से विभाजन के बाद यह फार्म वर्ष 2013 में कृषि विश्वविद्यालय, कोटा में स्थानान्तरित हो गया; बाद में इसे सितंबर 2016 में कृषि विश्वविद्यालय, कोटा के अंतर्गत कृषि अनुसंधान उप केन्द्र, खानपुर में क्रमोन्नत कर दिया गया। इस केन्द्र का उद्देश्य अनुसंधान के साथ-साथ खरीफ, रबी और जायद मौसम के दौरान प्रमुख क्षेत्रीय फसलों के अच्छी गुणवत्ता वाले बीज का उत्पादन करना है।
इस केन्द्र का कुल क्षेत्रफल 52.95 हेक्टेयर है जिसमें से 47.95 हेक्टेयर क्षेत्र खेती योग्य है, जिसमें 1.0 हेक्टेयर मे अमरूद के बगीचा स्थापित किया हुआ हैै। बीज उत्पादन के लिए उगाई जाने वाली प्रमुख फसलें खरीफ में सोयाबीन और उड़द (लगभग 550-600 क्विंटल बीज उत्पादन), रबी में चना, सरसों और धनिया (लगभग 700 - 800 क्विंटल बीज उत्पादन) और जायद मौसम में उड़द (लगभग 20- 30 क्विंटल बीज उत्पादन) होता है। इस केन्द्र पर मुख्य रूप से प्रजनक बीज, आधार बीज, प्रमाणित बीज और सत्य चिन्हित बीज उत्पादन किया जाता है।
फसलों की सिंचाई में बिजली की बचत के लिए कृषि अनुसंधान उप केन्द्र, खानपुर पर 15 किलोवाट (01) और 10 किलोवाट (03) क्षमता के सौर पंप लगाए हुए है। बीजों की सफाई और ग्रेडिंग के लिए कृषि अनुसंधान उप केन्द्र, खानपुर पर 1.5 टन/घंटा क्षमता का बीज प्रसंस्करण और सफाई सह ग्रेडिंग संयंत्र भी स्थापित किया गया है
कर्मचारियों की स्थिति
क्र. सं. |
स्वीकृत पद का नाम |
स्वीकृत पद |
भरा हुआ |
खाली |
कर्मचारी का नाम |
टिप्पणी |
1. |
सहायक आचार्य (कृषि विज्ञान) |
1 |
1 |
0 |
डॉ. एस.एल.यादव |
प्रभारी अधिकारी |
2. |
सहायक आचार्य (पादप प्रजनन एवं आनुवंशिकी) |
1 |
0 |
1 |
- |
- |
3. |
सहायक आचार्य (प्लांट पैथोलॉजी) |
1 |
0 |
1 |
- |
- |
4. |
तकनीकी सहायक |
0 |
1 |
0 |
श्री कपिल कुमार नागर |
कृषि अनुसन्धान केंद्र , कोटा से प्रतिनियुक्ति |
5. |
कृषि पर्यवेक्षक |
2 |
0 |
2 |
- |
- |
6. |
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी |
2 |
1 |
1 |
श्री गिरिराज प्रसाद |
- |