डॉ. एस. के. जैन दिनांक 06.08.2024 से विश्वविद्यालय के निदेशक अनुसन्धान के पद पर कार्यरत है। इसके पूर्व डॉ. जैन जनवरी, 2019 से विश्वविद्यालय के निदेशक मानव संसाधन विकास तथा निदेशक, प्रसार शिक्षा के पदों पर भी अपनी सेवाएँ दे चुके है। डॉ. एस. के. जैन का जन्म जयपुर में 2 सितम्बर, 1973 को हुआ था। इन्होने अपनी स्कूली शिक्षा जयपुर जिले के एक छोटे से कस्बे, जोबनेर के एक सरकारी विद्यालय से प्राप्त की तथा उसके उपरान्त कृषि विषय में स्नातक तथा उद्यानिकी विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि क्रमशः वर्ष 1994 तथा 1997 में इसी कस्बे के विश्वविख्यात श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि महाविद्यालय, जोबनेर से प्राप्त की। आपको विश्वविद्यालय द्वारा एम.एस.सी. कृषि (उद्यानिकी) पाठ्यक्रम में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया । इसके उपरान्त वर्ष 2001 में आपने देश के सर्वश्रेष्ठ कृषि शिक्षण संस्थान, भा.कृ.अ.प.- भारतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान, नई दिल्ली से पी.एच.डी.(शस्योत्तर प्रोद्योगिकी) की उपाधि प्राप्त की ।
डॉ. जैन ने अपनी प्रथम सेवा वर्ष 2001 में नारायण महाविद्यालय, शिकोहाबाद (उ.प्र.) में प्रवक्ता (उद्यानिकी) के पद से की। इसके बाद वर्ष 2005 में आपका चयन कृषि विज्ञान केंद्र, हिंडोन (करौली) जो कि उस समय स्वामी केशवानन्द कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर का अंग था, में सहायक प्राध्यापक (उद्यानिकी) के पद पर हुआ। वर्ष 2007 में आपका चयन उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय, झालावाड में सह-प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष, शस्योत्तर प्रोद्योगिकी विभाग के पद पर हुआ तथा वर्ष 2011 में विश्वविद्यालय द्वारा आपको प्राध्यापक के पद पर पदोन्नत किया गया।
डॉ. जैन को शिक्षण, अनुसन्धान, प्रसार तथा प्रशासन का लगभग 23 वर्षों का अनुभव प्राप्त है। आपने स्नातक तथा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में शिक्षण के अतिरिक्त 16 स्नातकोत्तर छात्रों के मुख्य सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है। आपने हिंदी तथा अंग्रेजी भाषा की 02 पुस्तकों, 30 से अधिक शोधपत्रों, 04 अध्याय, 02 मैन्युअल, तकनीकी बुलेटिन, तथा कई पत्रिकाओं में लेख का योगदान दिया है। आपको जर्नल ऑफ फूड साइंस एंड टेक्नोलोजी (स्प्रिंगर प्रकाशन), इंडियन जर्नल ऑफ होर्टीकल्चर (होर्टीकल्चर सोसाइटी ऑफ इंडिया) आदि के समीक्षक के रूप में नामित किया गया है तथा आप होर्टीकल्चर सोसाइटी ऑफ इंडिया के आजीवन सदस्य भी हैं। आपको राष्ट्रीय सेमिनार में सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र वाचन हेतु उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय द्वारा, शिक्षण एवं अनुसन्धान में उत्कृष्ट योगदान हेतु झालावाड जिला प्रशासन द्वारा तथा उत्कृष्ट कार्यों हेतु वर्ष 2024 में विश्वविद्यालय द्वारा पुरस्कार एवं प्रशंसा पत्र द्वारा सम्मानित किया गया है।
वर्तमान में डॉ. जैन अपने अधिदेश कार्य के अतिरिक्त विश्वविद्यालय के भर्ती प्रकोष्ठ के समन्वयक तथा पूल अधिकारी का अतिरिक्त कार्य भी सम्पादित कर रहे है।
नोडल अधिकारी: डॉ. चिराग गौतम
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कृषि विश्वविद्यालय कोटा
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